Top Stories

इसरो स्पाडेक्स: उपग्रहों के बीच की दूरी 3 मीटर, डॉकिंग में तीसरी बार देरी

इसरो स्पाडेक्स: उपग्रहों के बीच की दूरी 3 मीटर, डॉकिंग में तीसरी बार देरी

इसरो ने रविवार को कहा कि अंतरिक्ष डॉकिंग प्रयोग करने के लिए प्रक्षेपित किए गए दो उपग्रहों को परीक्षण के तौर पर तीन मीटर के दायरे में लाया गया और फिर सुरक्षित रूप से वापस ले जाया गया।

अंतरिक्ष एजेंसी ने यह भी कहा कि डेटा का आगे विश्लेषण करने के बाद डॉकिंग प्रक्रिया पूरी की जाएगी।

इसरो ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “15 मीटर और आगे तीन मीटर तक पहुंचने का परीक्षण प्रयास किया गया है। अंतरिक्ष यान को सुरक्षित दूरी पर वापस ले जाया जा रहा है। डेटा का आगे विश्लेषण करने के बाद डॉकिंग प्रक्रिया की जाएगी।”

क्या है सैटेलाइट डॉकिंग की प्रक्रिया

सैटेलाइट डॉकिंग में दो अंतरिक्ष यानों को सुरक्षित तरीके से जोड़ने की प्रक्रिया शामिल है। इसमें पहले दोनों यानों को एक ही कक्षा में लाया जाता है और उनकी गति और दूरी को मिलीमीटर-प्रति-सेकंड के हिसाब से नियंत्रित किया जाता है। जब दोनों यान एकदम करीब पहुंचते हैं, तो डॉकिंग सिस्टम के जरिए उन्हें आपस में जोड़ दिया जाता है।

Leave a Comment