इसरो स्पाडेक्स : उपग्रहों के बीच की दूरी 3 मीटर, डॉकिंग में तीसरी बार देरी

इसरो स्पाडेक्स: उपग्रहों के बीच की दूरी 3 मीटर, डॉकिंग में तीसरी बार देरी

इसरो ने रविवार को कहा कि अंतरिक्ष डॉकिंग प्रयोग करने के लिए प्रक्षेपित किए गए दो उपग्रहों को परीक्षण के तौर पर तीन मीटर के दायरे में लाया गया और फिर सुरक्षित रूप से वापस ले जाया गया।

अंतरिक्ष एजेंसी ने यह भी कहा कि डेटा का आगे विश्लेषण करने के बाद डॉकिंग प्रक्रिया पूरी की जाएगी।

इसरो ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “15 मीटर और आगे तीन मीटर तक पहुंचने का परीक्षण प्रयास किया गया है। अंतरिक्ष यान को सुरक्षित दूरी पर वापस ले जाया जा रहा है। डेटा का आगे विश्लेषण करने के बाद डॉकिंग प्रक्रिया की जाएगी।”

इसरो स्पाडेक्स : क्या है सैटेलाइट डॉकिंग की प्रक्रिया

सैटेलाइट डॉकिंग में दो अंतरिक्ष यानों को सुरक्षित तरीके से जोड़ने की प्रक्रिया शामिल है। इसमें पहले दोनों यानों को एक ही कक्षा में लाया जाता है और उनकी गति और दूरी को मिलीमीटर-प्रति-सेकंड के हिसाब से नियंत्रित किया जाता है। जब दोनों यान एकदम करीब पहुंचते हैं, तो डॉकिंग सिस्टम के जरिए उन्हें आपस में जोड़ दिया जाता है।

 

एक देश-एक चुनाव बिल पेश

Credit:Prabhat Khabar

एक देश-एक चुनाव बिल पेश करने को लेकर वोटिंग:

लोकसभा में मंगलवार को एक देश, एक चुनाव के लिए बिल पेश किया।बिल को पेश करने के पक्ष में 269 और विपक्ष में 198 मत पड़े।धर्मेंद्र यादव ने कहा कि वन नेशन, वन इलेक्शन बिल, बीजेपी की देश में तानाशाही लाने की कोशिश है।विजयवाड़ा में सीपीआई नेता डी राजा ने ने कहा कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी एक राष्ट्र, एक चुनाव बिल का विरोध करती है।मणिकम टैगोर ने कहा कि संसद में सरकार को बिल के लिए दो-तिहाई बहुमत (307) चाहिए था, लेकिन सिर्फ 263 वोट मिले। इसके विरोध में 198 वोट पड़े। ये बिल जरूरी बहुमत नहीं जुटा सका है।AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि इससे क्षेत्रीय पार्टियां खत्म हो जाएंगी।