DOW जोन्स : अमेरिकी शेयर बाजार में हाल ही में भारी गिरावट देखी गई है, जिससे वैश्विक निवेशकों में चिंता की लहर दौड़ गई है। डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में लगभग 1,600 अंकों की कमी आई है, जबकि नैस्डैक कंपोजिट आधिकारिक तौर पर भालू बाजार (bear market) में प्रवेश कर चुका है। इन घटनाओं ने वैश्विक बाजारों में अस्थिरता बढ़ा दी है और आर्थिक मंदी की आशंकाओं को जन्म दिया है।

DOW जोन्स : गिरावट के प्रमुख कारण
ट्रम्प प्रशासन की टैरिफ नीतियाँ: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में लगभग 90 देशों से आयातित वस्तुओं पर व्यापक टैरिफ लगाने की घोषणा की है, जिसमें चीन, यूरोपीय संघ, जापान और वियतनाम से आयात पर विशेष रूप से उच्च शुल्क शामिल हैं। इन टैरिफ्स के परिणामस्वरूप, डॉव जोन्स में दो दिनों में 3,910 अंकों की गिरावट आई है, और एसएंडपी 500 तथा नैस्डैक में लगभग 6% की कमी दर्ज की गई है।
वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंका: इन टैरिफ्स के जवाब में, चीन ने अमेरिकी वस्तुओं पर 34% का प्रतिशोधी शुल्क लगाया है, जिससे वैश्विक व्यापार युद्ध की संभावना बढ़ गई है। निवेशकों को चिंता है कि इन उपायों से वैश्विक आर्थिक मंदी हो सकती है।
ब्याज दरों में वृद्धि की संभावना: अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने संकेत दिया है कि वे ब्याज दरों में वृद्धि जारी रख सकते हैं, जिससे निवेशकों की धारणा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है और बाजार में बिकवाली बढ़ी है।
चीन की प्रतिशोधी कार्रवाई: चीन ने अमेरिकी वस्तुओं पर 34% का प्रतिशोधी शुल्क लगाया है, जिससे वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंका बढ़ गई है। निवेशकों को चिंता है कि इन उपायों से वैश्विक आर्थिक मंदी हो सकती है।
DOW जोन्स : बाजार पर प्रभाव
1. प्रमुख सूचकांकों में गिरावट: डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में 1,600 अंकों की गिरावट आई है, जबकि एसएंडपी 500 और नैस्डैक कंपोजिट में भी महत्वपूर्ण कमी दर्ज की गई है।
2. तकनीकी और विकासशील शेयरों पर प्रभाव: निवेशकों ने जोखिम भरे परिसंपत्तियों से दूरी बनानी शुरू कर दी है, जिससे तकनीकी और विकासशील कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई है। उदाहरण के लिए, एनवीडिया और पेलंटिर जैसी कंपनियों के शेयरों में तेज़ी से कमी आई है।
3. बॉन्ड यील्ड में परिवर्तन: बॉन्ड यील्ड्स में गिरावट देखी गई है, जिससे निवेशकों की जोखिम से बचने की प्रवृत्ति स्पष्ट होती है।

DOW जोन्स : विशेषज्ञों की राय
वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि यदि टैरिफ्स और प्रतिशोधी उपाय जारी रहते हैं, तो अमेरिकी और वैश्विक अर्थव्यवस्था मंदी की ओर बढ़ सकती है। जेपी मॉर्गन ने अमेरिकी मंदी की संभावना को बढ़ाकर 60% कर दिया है।
DOW जोन्स : निवेशकों के लिए सलाह
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सतर्कता बरतें: वर्तमान बाजार की अस्थिरता को देखते हुए, निवेशकों को सतर्क रहने और निवेश निर्णयों में सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
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विविधीकरण: अपने पोर्टफोलियो में विविधता बनाए रखें ताकि जोखिम को कम किया जा सके।
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दीर्घकालिक दृष्टिकोण: अल्पकालिक उतार-चढ़ाव से घबराने के बजाय, दीर्घकालिक निवेश लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करें।
DOW जोन्स: इंडेक्स के टॉप लूजर
शेयर कीमत गिरावट नाईकी 53.62 डॉलर -6.21% एपल 177.71 डॉलर -5.68% होम डीपो 335.80 डॉलर -5.07% इंटेल 19.02 डॉलर -4.52% ट्रेवर्ल्स कंपनीज 232.25 डॉलर -4.27% निष्कर्ष
डॉव जोन्स और नैस्डैक में हालिया गिरावट ने वैश्विक बाजारों में चिंता बढ़ा दी है। टैरिफ्स, व्यापार युद्ध की आशंका, और ब्याज दरों में संभावित वृद्धि जैसे कारकों ने इस गिरावट में योगदान दिया है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे सतर्क रहें, अपने पोर्टफोलियो में विविधता रखें, और दीर्घकालिक निवेश रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित करें।
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— News Nation (@NewsNationTV) April 3, 2025
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– टीम Know Your Duniya
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