Today’s GOLD Rate : हुई हलचल ,10 ग्राम के दाम पहुंचे ₹90,500 ,जानें 22 और 24 कैरेट सोने के लेटेस्ट रेट्स !

आज हम आपको सोने की कीमतों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, जो हर निवेशक और गहनों के खरीदार के लिए महत्वपूर्ण होती है।

Today’s GOLD Rate : 24 मार्च 2025

आज भारत में सोने की नई कीमतें (Gold Price Today in India)

शुद्धता

प्रति ग्राम मूल्य (₹)

प्रति 10 ग्राम मूल्य (₹)

22 कैरेट

₹8,290

₹82,900

24 कैरेट

₹9,050

₹90,500

(नोट: ये दरें विभिन्न शहरों में थोड़ी भिन्न हो सकती हैं।)

gold
gold                                                                                               

GOLD Rate : पिछले दिनों में सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव

हाल के दिनों में सोने की कीमतों में हल्का उतार-चढ़ाव देखा गया है। डॉलर के मुकाबले रुपये की मजबूती, वैश्विक बाजार में सोने की मांग और अन्य आर्थिक कारकों के कारण यह परिवर्तन हो सकता है।

तारीख

22 कैरेट (₹/10 ग्राम)

24 कैरेट (₹/10 ग्राम)

23 मार्च 2025

₹82,500

₹90,000

22 मार्च 2025

₹82,750

₹90,250

21 मार्च 2025

₹82,600

₹90,100

20 मार्च 2025

₹82,300

₹89,800

 GOLD Rate  : सोने की कीमतों पर असर डालने वाले मुख्य कारण

1. अंतरराष्ट्रीय बाजार: सोने की कीमतें वैश्विक आर्थिक स्थितियों, डॉलर की मजबूती और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के फैसलों पर निर्भर करती हैं।

2. मांग और आपूर्ति: भारत में शादी और त्योहारों के सीजन में सोने की मांग बढ़ जाती है, जिससे कीमतें ऊपर जा सकती हैं।

3. रुपये की स्थिति: जब रुपया कमजोर होता है, तो सोने की कीमतें बढ़ जाती हैं क्योंकि इसे डॉलर में आयात किया जाता है।

4. ब्याज दरें: जब ब्याज दरें कम होती हैं, तो निवेशक सोने में अधिक निवेश करते हैं, जिससे इसकी कीमत बढ़ सकती है।

gold
gold
GOLD Rate : क्या अभी सोना खरीदना सही रहेगा ?

यदि आप लंबी अवधि के निवेश की सोच रहे हैं, तो यह समय सोने में निवेश करने के लिए अच्छा हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाले महीनों में सोने की कीमतों में और बढ़ोतरी हो सकती है।

 GOLD Rate : 24 कैरेट और 22 कैरेट सोना: अंतर को जानें

gold
gold
24 कैरेट सोना 22 कैरेट सोना
24 कैरेट सोना का सबसे शुद्ध सोना होता है और इसमें 99.5 प्रतिशत प्रेशियस मेटल रहता है। 22 कैरेट सोने में शुद्ध सोने का 91.6 प्रतिशत पार्ट और बाकी सिल्वर, कॉपर या अन्य मेटल होता है।
24 कैरेट सोना काफी नर्म, लचीला और मोड़ा जा सकने वाला होता है। 22 कैरेट सोना सख्त होता है और इसे आसानी से मोल्ड नहीं किया जा सकता।
24 कैरेट सोने का इस्तेमाल कंप्यूटर्स, मोबाइल हैंडसेट सहित मेडिकल और इलेक्ट्रिकल इक्विपमेंट में अधिक होता है। 22 कैरेट सोने का दाम सोने का कम प्रतिशत होने के कारण कुछ सस्ता होता है।
24 कैरेट सोना सबसे महंगा सोने का प्रकार होता है। 22 कैरेट सोने का इस्तेमाल ज्वैलरी, बार, बुलियन और कॉइन बनाने में किया जाता है।
24 कैरेट सोने का रंग ब्राइट येलो होता है। 22 कैरेट सोने का रंग कुछ फीका होता है क्योंकि इसमें अन्य मेटल्स मिलाए जाते हैं।

वास्तविक गोल्ड सर्टिफिकेशन : भारत में सोने की शुद्धता को ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड की ओर से हॉलमार्किंग के जरिए सर्टिफाइड किया जाता है। हॉलमार्क सोना खरीदने से इसकी शुद्धता के साथ ही वैध होने का भी आश्वासन रहता है।

बायबैक की शर्तें : सोने की ज्वैलरी के किसी पीस को प्रोड्यूस और डिजाइन करने की कॉस्ट को मेकिंग चार्ज कहा जाता है। इसे ज्वैलरी की फाइनल कॉस्ट में गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) लगाने से पहले जोड़ा जाता है।

कुछ ज्वैलर्स का मेकिंग चार्ज फिक्स्ड होता है, जो आमतौर पर 8-16 प्रतिशत रहता है। अन्य ज्वैलर्स यह चार्ज ज्वैलरी के कुल भार के एक विशेष प्रतिशत पर ले सकते हैं। यह चार्ज डिजाइन और ज्वैलरी के मशीन से हाथ से बने होने के आधार पर अलग होता है।

फिजिकल सोना Vs गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स(ETF) Vs सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स
फिजिकल सोना गोल्ड ETF सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स
स्टोरेज फिजिकल सोने को आप सिक्के, बार और ज्वैलरी के तौर पर स्टोर कर सकते हैं। इसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी इनवेस्टर की होती है। गोल्ड ETF एक इलेक्ट्रॉनिक प्रकार होता है और इसकी स्टोरेज की जरूरत या इसके चोरी होने का रिस्क नहीं होता। इनके लिए फिजिकल स्टोरेज की जरूरत नहीं होती और इन्हें सुरक्षित तरीके से ट्रेड किया जा सकता है।
इंटरेस्ट सोने की ज्वैलरी पर कोई इंटरेस्ट नहीं मिलता और इसे बहुत से लोग सुरक्षित लेकिन बिना रिटर्न वाला इनवेस्टमेंट मानते हैं गोल्ड ETF पर भी कोई इंटरेस्ट नहीं मिलता लेकिन इनवेस्टमेंट पर रिटर्न अलग हो सकता है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स पर इंटरेस्ट मिलता है।
टैक्स सोने की वैल्यू 30 लाख रुपये से अधिक होने पर वेल्थ टैक्स लगाया जाता है। गोल्ड ETF पर नॉन-इक्विटी फंड्स के समान टैक्स लगता है। शॉर्ट-टर्म और लॉन्ग-टर्म गेन्स पर टैक्स स्लैब के अनुसार टैक्स चुकाना होता है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स को मैच्योरिटी से पहले बेचने पर टैक्स लगता है। अगर इन बॉन्ड्स को मैच्योरिटी तक रखा जाता है तो कैपिटल गेन्स पर कोई टैक्स नहीं है। इस पर मिलने वाले इंटरेस्ट के लिए टैक्स देना होता है।

ऐसी ही ताजा खबरों के लिए जुड़े रहें – KnowYourDuniya.com पर !

ऐसी ही और टेक न्यूज़ और एक्सक्लूसिव अपडेट्स के लिए जुड़े रहें knowyourduniya.com के साथ !

– टीम Know Your Duniya

और ये भी पढ़े – – –

Google Pixel 9a : ₹49999 के कीमत पर लांच , क्या iPhone 16e को मिलेगी टक्कर ?

Polycab Share: “अडानी और अल्ट्राटेक की एंट्री से धड़ाम हुए पॉलीकैब के शेयर 52 सप्ताह के निचले स्तर ₹4963 तक पहुंचे ! निवेशकों के लिए खतरे की घंटी?”

नागपुर : औरंगजेब की कब्र को लेकर हिंसक झड़पें, 20 से ज्यादा वाहनों में आगजनी ,अफवाह या सोची समझी साजिश ?

Sunita Williams Return : सुनीता विलियम्स 9 महीने बाद अंतरिक्ष से लौटीं, स्पेसएक्स ड्रैगन कैप्सूल से सुरक्षित लैंडिंग!

Leave a Comment